Brajesh Pathak पर अभद्र टिप्पणी को लेकर अखिलेश का नया बयान!

Brajesh Pathak पर अभद्र टिप्पणी को लेकर अखिलेश का नया बयान!

उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर भूचाल सा आ गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के बीच तीखी तकरार शुरू हो गई है। 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले ही इन नेताओं के बीच की यह लड़ाई राजनीति छोड़ अब व्यक्तिगत मुद्दों पर आ टिकी है। दरअसल, इस विवाद की शुरुआत 16 मई को समाजवादी पार्टी के 'मीडिया सेल' द्वारा डिप्टी सीएम बृजेश पाठक पर 'DNA' से जुड़े एक आपत्तिजनक कमेंट से हुई। इस टिप्पणी पर पाठक ने कड़ी आपत्ति जताई और अखिलेश यादव पर निशाना साधा।

जवाब में, अखिलेश ने एक लंबा-चौड़ा पोस्ट साझा कर इस मुद्दे पर सफाई दी और डिप्टी सीएम को 'मर्यादा' में रहने की नसीहत दी। ऐसा लगा कि इस पोस्ट के बाद विवाद थम जाएगा और दोनों नेता शांत हो जाएंगे। लेकिन, अखिलेश के पोस्ट के बाद बृजेश पाठक ने फिर से एक के बाद एक दो पोस्ट किए और सपाइयों को 'शिशुपाल' की संज्ञा दे डाली। इसके जवाब में सपा मीडिया सेल ने पाठक के माता-पिता पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिसे बाद में मुकदमे और आलोचना के बाद पोस्ट डिलीट कर दिया गया। अखिलेश यादव ने पाठक को नसीहत दी थी कि वे यदुवंशियों के DNA को बुरा-भला न कहें। 

इसके जवाब में ब्रजेश पाठक ने 19 मई की सुबह एक और पोस्ट की। उन्होंने लिखा, "सपा के DNA की टिप्पणी को किसी व्यक्ति से जोड़ना गलत है। सपा की राजनीति की बुनियाद ही जातिवाद और तुष्टीकरण पर टिकी रही है। मुस्लिम तुष्टीकरण उनकी राजनीति का केंद्रीय हिस्सा रहा है।" पाठक ने सपा पर दलितों के अधिकारों को कुचलने और समाज को बांटने का भी आरोप लगाया। उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा ने कभी "सबका साथ, सबका विकास" की नीति नहीं अपनाई और हमेशा वोट बैंक की राजनीति को प्राथमिकता दी। 

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यह भी दावा किया कि अखिलेश ने मुख्यमंत्री रहते हुए आतंकियों से जुड़े 14 केस वापस लिए, जो सपा की तुष्टीकरण नीति को दर्शाता है। उन्होंने स्पष्ट किया, "मैं किसी व्यक्ति के डीएनए की बात नहीं कर रहा था, केवल समाजवादी पार्टी के डीएनए की बात कर रहा था।" इसके जवाब में अखिलेश यादव ने लिखा, "हुक्मरानों की बदज़ुबानी पर भी आज़ादी, और किसी के सच कहने पर गिरफ़्तारी।" अब देखना यह दिलचस्प होगा कि यह विवाद और बढ़ता है या यहीं थम जाता है। इसका जवाब तो आने वाला वक्त ही बताएगा!!

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