साजिश या आत्महत्या? बाराबंकी में पेड़ से लटके प्रेमियों की मौत पर उठे कई सवाल!
बाराबंकी- उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जनपद के मसौली थाना क्षेत्र अंतर्गत लालपुर मजरे भारतीपुर गांव में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया है। दरअसल 7 मई को गांव के बाहर बाग में पेड़ से एक युवक और युवती के शव लटके मिले। शुरुआती जांच में इसे प्रेम-प्रसंग से जुड़ी आत्महत्या बताया जा रहा था, लेकिन अब मृतक युवक के परिजनों ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है।मिली जानकारी के मुताबिक मृतक युवक जितेन्द्र सिंह उर्फ भानू सिंह और युवती शिल्पा एक-दूसरे से प्रेम करते थे। दोनों एक ही धर्म से थे लेकिन अलग-अलग जातियों से, जिसके चलते दोनों के परिजन इस रिश्ते से खुश नहीं थे।
युवक ठाकुर समाज से और युवती यादव समाज से थी। वहीं लड़के के परिजनों का आरोप है कि लड़की के परिवार वाले पहले से ही इस रिश्ते के खिलाफ थे और युवक को मानसिक व आर्थिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। मृतक युवक की मां पुष्पा ने बताया कि युवक को ब्लैकमेल कर 2.5 लाख रुपये की मांग की गई थी। जब युवक ने इनकार कर दिया तो कथित तौर पर लड़की पक्ष और कुछ अन्य लोगों ने मिलकर हत्या की साजिश रची! परिजनों का दावा है कि दोनों की हत्या कर शवों को पेड़ से लटका दिया गया, ताकि यह पूरा मामला आत्महत्या जैसा लगे। परिजनों का आरोप है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के साथ भी खेल किया गया है,
क्योंकि फांसी लगाने वालों की C1-C2 गर्दन की हड्डियां टूटती हैं, लेकिन रिपोर्ट में ऐसा कुछ भी नहीं है। रिपोर्ट में युवक की लंबाई 177 सेमी और वजन 78 किलो लिखा गया है जबकि उसकी वास्तविक लंबाई 168 सेमी और वजन 60 किलो था। भानू कभी ‘भानू’ नाम से साइन नहीं करता था। उसके दस्तखत और लिखावट से सुसाइड नोट मेल नहीं खाता। जिस साड़ी से शव लटके मिले, वही लड़की पहनकर निकली थी। ऐसे में दोनों एक ही साड़ी से कैसे लटके? युवक की बाइक घटनास्थल से 200 मीटर दूर मिली, जबकि रास्ता साफ था। इतना ही नहीं बल्कि परिजनों के मुताबिक होटल में युवक के पीछे संदिग्ध लोगों के देखे जाने का वीडियो भी सामने आया है।
परिजनों ने युवक के चचेरे बहनोई सूर्यबक्श सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। बताया गया है कि उसका जमीन विवाद चल रहा था और वह लड़की के परिजनों के साथ मिलकर हत्या की साजिश में शामिल हो सकता है। मृतक के परिजनों ने बाराबंकी पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि अभी तक कॉल डिटेल की जांच नहीं हुई, होटल के CCTV फुटेज की कोई जांच नहीं की गई और ना ही FIR दर्ज की गई है! परिजनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित शिकायत देते हुए कहा है कि यदि सुनवाई नहीं होती है तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इंसाफ की मांग की जाएगी।
मृतक के भाई धर्मेन्द्र सिंह उर्फ रवी ने कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, यह लड़ाई ऐसे ही जारी रहेगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बार-बार प्रेम प्रसंग कहकर पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है।
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