भाजपा की नैतिकता पर सवाल? मंदसौर में नेता का आपत्तिजनक वीडियो वायरल, पार्टी आखिर चुप क्यों?
क्या हो रहा है ये? एक तरफ़ भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है, विकास और नैतिकता की बात करती है, और दूसरी तरफ़ उनके अपने ही नेता ऐसे कारनामे कर रहे हैं कि पार्टी की साख पर बट्टा लग रहा है! मध्य प्रदेश के मंदसौर से भाजपा नेता मनोहर लाल धाकड़ का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसने पूरे देश में हंगामा मचा दिया। सवाल ये है – क्या भाजपा के नेता ही अपनी पार्टी को बर्बाद कर देंगे? आइए, जानते हैं इस सियासी तूफान की पूरी कहानी!!!
'मामला मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले का है। 13 मई 2025 को दिल्ली-मुंबई 8-लेन एक्सप्रेसवे पर एक CCTV कैमरे ने कुछ ऐसा रिकॉर्ड किया, जिसने सबको हैरान कर दिया। भाजपा के जिला पंचायत सदस्य मनोहर लाल धाकड़ का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वो एक महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में नज़र आए। ये वीडियो इतना तेज़ी से फैला कि सोशल मीडिया पर तहलका मच गया! ऐसे में लोग सवाल उठा रहे हैं! ये कैसा नेतृत्व है? जो पार्टी नैतिकता और संस्कृति की बात करती है, उसके नेता खुले आम हाईवे पर ऐसे कृत्य कर रहे हैं? पुलिस ने इस मामले में तुरंत FIR दर्ज की, और ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट के रिकॉर्ड्स से पुष्टि हुई कि तो पता चला गाड़ी मनोहर लाल धाकड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है! 'अब सवाल यह है कि भाजपा ने इस मामले में क्या किया?
वीडियो वायरल होने के 48 घंटे बाद भी पार्टी ने धाकड़ को ना तो निलंबित किया और ना ही कोई सख्त कार्रवाई की!! मंदसौर के भाजपा जिलाध्यक्ष ने बस इतना कहा कि 'जांच चल रही है, कार्रवाई होगी!!' लेकिन विपक्ष, खासकर कांग्रेस, इस मौके को भुनाने में जुट गया। कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने ट्वीट कर तंज कसा कि 'भाजपा कुर्सी के लिए कुकर्म भी सहन कर लेगी!!, क्योंकि मंदसौर जिला पंचायत में बहुमत खोने का डर है! अब बड़ा सवाल है कि क्या ये सब सियासी चालबाज़ी है या सचमुच पार्टी अपनी छवि को लेकर गंभीर नहीं है? मंदसौर की जनता भी गुस्से में है। लोग कह रहे हैं कि जिन नेताओं को हमने वोट दिया, वो हमारी इज़्ज़त का ख्याल नहीं रख रहे! खास बात ये कि धाकड़ की पत्नी भी जिला पंचायत की सदस्य हैं!
अब सवाल ये है कि क्या ये मामला सिर्फ़ नैतिकता का है, या इसके पीछे कोई बड़ा सियासी खेल चल रहा है?" आपको बता दें कि ये कोई पहला मामला नहीं है। पिछले कुछ सालों में कई बार भाजपा नेताओं के ऐसे कारनामे सामने आए हैं, जिनसे पार्टी की छवि को नुकसान हुआ। कभी भ्रष्टाचार, कभी बयानबाज़ी, और अब ये आपत्तिजनक वीडियो। मंदसौर के इस मामले ने एक बार फिर सवाल उठाया है कि क्या भाजपा अपने नेताओं पर लगाम कस पा रही है? एक तरफ़ पार्टी 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा देती है, दूसरी तरफ़ ऐसे कांड उसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हैं! 'अब सवाल यह है कि इस मामले का अंजाम क्या होगा? पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, और जांच चल रही है। लेकिन क्या मनोहर लाल धाकड़ को सजा मिलेगी? या फिर ये मामला भी समय के साथ दब जाएगा?
भाजपा के सामने अब दो रास्ते हैं! या तो वो कोई सख्त कार्रवाई करके अपनी साख बचाए, या फिर चुप रहकर विपक्ष को और मौका दे! मदसौर की जिला पंचायत में बहुमत का सवाल भी बड़ा है, क्योंकि धाकड़ को हटाने से भाजपा की स्थानीय सियासत पर असर पड़ सकता है!! दोस्तों मंदसौर का ये वीडियो कांड सिर्फ़ एक नेता की कहानी नहीं, बल्कि एक पूरी व्यवस्था पर सवाल उठाता है! क्या भाजपा अपने नेताओं को जवाबदेह बनाएगी? या फिर जनता को ही अब जागना होगा? इस बारे में क्या है आपकी राय? क्या ऐसे नेताओं को सजा मिलनी चाहिए, या ये सिर्फ़ सियासी ड्रामा है?
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Sub Editor
3 years experience in digital media. Home district Sitapur Uttar Pradesh. Primary education Saraswati Vidya Mandir Sitapur. Graduation Lucknow University.